सुल्तानुल औलिया सुल्तानुल हिन्द अताये रसूल ख्वाज़ा मोइनुद्दीन सय्यद हसन संजरी चिश्ती (رحمت اللہ علیہ)


सुल्ताने हिन्द, अतायै रसूल, नायब ऐ रसूल, हज़रत सैय्यद ख्वाजा गरीब नवाज़ मोईनउद्दीन सय्यद हसन संजरी चिश्ती रहमतुल्लाह अलैहि।💕❣️✍️🌷🌷🌷❤️❣️


ईद -ऐ चिश्तीया आप सबको बहुत बहुत मुबारक़ हो।

सरकार सय्यद ग़रीब नवाज़ मोईनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैहि की तारीख़ से, आपकी बातों से दुनिया मे इस्लाम और गैर इस्लाम सब वाकिफ हैं, अब उन बातों को नकल करने की कोशिश कर रहा हूँ जो आवाम में अभी भी या तो अहले इल्म जानते हैं या फिर आपसे जो निस्बत रखते हैं वो जानते हैं। उन्ही उलमा अकाबीरीन की बातों को यहाँ नकल कर रहा हूँ। इंशाअल्लाह।

अक्सर  आवाम में इस बात को कम ही लोग जानते है कि हुज़ूर शैख़ ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ सुल्तानुल हिन्द ख़्वाजा सय्यद हसन संजरी चिश्ती (رحمت اللہ علیہ) हज़रत  सुल्ताने हिन्द, अतायै रसूल, नायब ऐ रसूल, हज़रत सैय्यद ख्वाजा गरीब नवाज़ मोईनउद्दीन सय्यद हसन संजरी चिश्ती रहमतुल्लाह अलैहि बड़े मुक़दस्स फ़क़ीह आलिम, मुहद्दिसीन, शैख़ उल हदीश क़ुरान ए पाक के कारी थे और बहुत खूबसूरत अंदाज़ में आप क़ुरान ऐ पाक पढ़ा करते थे। आप अपने ज़ामने के बड़े मुक़दस्स आलिम ऐ दींन है, उस दौर में भी आपका नाम आलिमे दींन की बड़ी सफों में शुमार होता था जिस दौर में दींन चारों तरफ फैल रहा था और आज भी है, जो लोग केवल आपको बाबा या दुरवेश ही जानते है, उनको ये बात नहीं मालुम है कि अपने दुनिया के बहुत से मुल्कों में दर्स ऐ क़ुरान दरसे हदीशे पाक दिया और लोग आपके बयान और ख़ुत्बे सुनने के लिए बड़ी कसीर तादाद में लोग आते, बल्कि तारीख़ ये भी बताती हैं कि आपने अरबों अज़म में, मदीना शरीफैंन, हरमैन काबा ओ क़िबला में भी अपने बयान उन आलिमे दींन के सामने दिए जिनके सामने दुनिया के बड़े बड़े उलमा आलमें दींन भी अपनी ज़ुबान खोलने से डरते थे, बल्कि एक तारीख़ में आता है आपके खुद उस्ताद मोहतरम भी आपके बाज़ और खुतबात, तक़रीर पर फक्र करते थे और आपको मेंबर पर खड़ा करते थे बाज़ के लिए सुभहानअल्लाह।


   ✍🏻सरकार हुज़ूर सय्यद ख़्वाजा गरीब नवाज (رحمت اللہ علیہ) आपने दुनिया के कई ऐसे मुल्क है, जंहा लोगों को अंधेरे से नूर की तरफ राहे हक़ की तरफ लाये ओर उन्हें ईमान की दौलत से नवाज़ दिया। आप तमाम उलूमो में क़ामिल हैं कुछ मुख़्तसर नक़ल कर रहा हूँ:

1-इलमुल क़ुरान पाक
2- इलमुल हदीशे पाक
3- इलमुल तफ़्सीर
4- इलमुल अदब
5- इलमुल फ़क़ीह
6-इलमुल मारिफ़त
7- इलमुल शरीयत
8-इलमुल हक़ीक़त
9- इलमुल सूफ़िया
10- इलमुल फना फि अल्लाह
11-इलमुल ख़ल्क़
12- इलमुल अमराज़
13-इलमुल कलाम
14- इलमुल हर्फ़
15- इलमुल तख़लीक़
16- इलमुल  तसव्वुफ़
17- इलमुल क़िरात, वाज़
18- इलमुल अल मन्तिक
19- इलममुल फ़लसफ़ा
20- इलमुल कस्फ
21- इलमुल कीमिया


✍🏻और भी आप ला तादाद इलमुल हक़ाएक़ में क़ामिल है, जिसमें आप यकता अकेले क़ामिल और वाहिद ज़ात है हिंदुस्तान में और इन तमाम उलूमो में क़ामिल होना या इन तक किसी और उलमा  ऐ दींन  की रसाई पहुँच, अहले इल्म के लिए न मुमकिन है बल्कि क़यामत तक आने वाले आलिम ऐ दींन के लिए मुमकिन ही नहीं है हिन्दुस्तान में।

🌸आपने लगातार इल्मे- हदीश पाक बाज तक़रीर, बयान अरब मुमालिक में किये हैं, और कई साल किये है। आपके उस्ताद भी आपकी काबलियत पर फक्र महसूश करते थे।

🌸हुजूर सय्यद ख्वाजा गरीब नवाज़ (رحمت اللہ علیہ)  के इर्शादात अहले बसीरत के लिए बेश कीमती खजाना है। हमारे पीर शैख़ ऐ क़ामिल हमें उनकों समझने और उन पर अमल करने की तौफीक अता फरमाये।🤲🤲🤲

अब सवाल ये है कि ये हिंदुस्तान में आपकी सय्यद ग़रीब नवाज़ (رحمت اللہ علیہ)  हुकूमत कन्हा तक है⁉️

आप सय्यद गरीब नवाज़ विलायत के शहंशाह है ! 1 लाइन में बोला जाए तो आप अपने ज़माने से लेकर और कल क़यामत तक जितने औलिया अल्लाह हिंदुस्तान में पैदा होंगे या होने वाले हैं उन सब पर आपकी विलायत की मोहर लगती रहेगी जब तक आप सनद नहीं देंगे हिंदुस्तान में कोई विलायत के मनसब पर मुक़ीम औऱ फ़ाइज़ नहीं हो सकता है। आपकी सनद ही हक़ीक़त में मारिफ़त और विलायत की सनद है। सुल्तानुल औलिया सुल्तानुल हिन्द आताये रसूल ख्वाजा मोइनुद्दीन सय्यद हसन संजरी चिश्ती  (رحمت اللہ علیہ) आप आज भी इतने मुल्कों के हकीकत में हाक़िम सुल्तान बादशाह है जँहा आपकी विलायत का डंका बज रहा है और क़यामत तक बजता रहेगा,


🌸इंडिया
🌸पाक
🌸बांग्लादेश
🌸वर्मा
🌸नेपाल
🌸श्रीलंका
🌸भूटान
🌸अफगानिस्तान
🌸बलूचिस्तान
और भी हो सकते हैं(इतने मुल्को में  सय्यद ख्वाज ग़रीब नवाज़ की हुकूमत चल रही है और क़यामत तक रहेगी, दुनिया मे कोई हाकिम हो लेकिन है हक़ीक़त में बादशाह आप ही है बस हुज़ूर ही है)

🏵️इन मुल्को में हुज़ूर सय्यद ख़्वाजा गरीब नवाज से बड़ा कोई आलिम नहीं है, न कभी पैदा होगा, उसकी दलील ये है, हमारे आक़ाﷺ ने आपको हिन्दुतान की बागडोर, सुल्तान बना कर भेजा है आपके हाथों में इन तमाम मुल्कों की बागडोर हैं आप जिसे चाहै जो चाहै अता करे।

सय्यद ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती(رحمت اللہ علیہ)  के इर्शादात अहले आलिम ऐ दींन और अहले बसीरत के लिए काबिले गौर फिक्र  है-


सुल्तानुल औलिया सुल्तानुल हिन्द आताये रसूल ख्वाजा मोइनुद्दीन सय्यद हसन संजरी चिश्ती  (رحمت اللہ علیہ) आप इर्शाद फरमाते है।

1. गुनाह करने से इतना नुक्सान नही होता जितना कि अपने किसी भाई को हकीर (तुच्छ) या जलील समझने से।

2. फकीरी का मुस्ताहिक (लायक) वह शख्स होता है जो दुनिया-ए-फानी में अपने पास कुछ न रखे।


3. बन्दे पर फकीर का शब्द उस वक्त लागू है कि जब आठ साल तक बायें हाथ का फरिश्ता जो बदी लिखने वाला है उसके आमालनामें में एक भी बदी न लिखे।

4. खुदा की शनाख्त (पहचान) उस शख्स को होगी जो दुनिया वालों से अलग रहे और खुद को बड़ा न समझें।
सुल्तानुल औलिया सुल्तानुल हिन्द अताये रसूल ख्वाजा मोइनुद्दीन सय्यद हसन संजरी चिश्ती  (رحمت اللہ علیہ) आप इर्शाद फरमाते है,


5- नमाज़ मोमिनों की मेराज़ है अल्लाह का क़ुर्ब हासिल करने का ज़रिया है।
6- नमाज़ एक राज़ की बात होती है जो बंदा अपने परवरदिगार से कहता है

7- नमाज़ अल्लाह पाक और बंदे।की मुलाकात।का जरिया और रास्ता है।

8- नेको की सोहबत नेक काम से बेहतर है और बुरों की सोहबत बुरे काम से भी बदतर है।
9- सच्ची तौबा के लिए जरूरी है कि
A कम खाना
B कम सोना
C कम बोलना

10- पहले और दूसरे से ख़ौफ़े ख़ुदा पैदा होता है और तीसरे से अल्लाह पाक की मोहब्बत बढ़ती है!

11- जिसने जो पाया वो मुर्शिद की ख़िदमत से पाया इसलिए मुरीद पर लाज़िम है कि पीर के फ़रमान हुक्म से आगे न बढ़े। 


हक़ मोईन या मोईन 


شاداب انور رئیسی  ✍️

سلسلہ طریقت :سلسلۂ عالیہ رئیسی خوشحالی💐


दुआ का तलबगार शादाब अनवर रईसी

सिलसिला-ए-आलिया रईसी ख़ुशहालिया❣️🥀

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